एंबीशन पब्लिक स्कूल में आज सर सैयद खान साहब का जन्म दिन बहुत ही धूमधाम से मनाया गया




आज फतेहपुर शहर के शान्तिनगर स्थित एम्बिन पब्लिक स्कूल मे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद खान साहब का जन्म दिन बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र छात्राओं को पुरुस्कृत किया गया।
स्कूल के प्रबंधक दिलशाद अहमद ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा सर सैयद अहमद सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि कभी ख़त्म न होने वाला एक अहद है। मशरिक से निकलने वाला एक सूरज है। जिसने हिंदी अकवाम को जिहालत के तारीके गार से निकालकर इल्म के नूर से मुनव्वर किया। मुख्य अतिथि चौधरी मंज़र यार ने कहा कि सर सैयद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कि शक्ल मे जो इल्म का चिराग जलाया था वह क़यामत तक जलता रहेगा और आगे सर सैयद अहमद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके द्वारा समाज के लिए किये गये अतुलनीय कार्योंँ को भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए,अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र डा. हबीबुल इस्लाम ने सर सैयद के जीवन मे आये तमाम संघर्षों का विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए बताया कि सर सैयद 1857 की क्रांति की विफलता के बाद महसूस कर लिया था देश को तब तक कराना मुश्किल होगा जब तक हमारे देश के नौजवानों को अंग्रेज़ों वाली शिक्षा नहीं दी जाती। इसी ख्वाब को पूरा करने के लिए ऐसे शिक्षण संस्थान को वजूद मे लाने के लिए भरसक प्रयास किया जिसका जीता जागता उदाहरण अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की शक्ल में हम सब के सामने मौजूद है। इसी क्रम मे अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सर सैयद आपसी एकता पर ज़ोर दिया अकसर वह कहते थे कि हिंदुस्तान एक खूबसूरत दुल्हन है और हिन्दू व मुसलमान उस दुल्हन कि दो आंखे हैं।
स्कूल की प्रिंसिपल आरती सोनी ने कहा महापुरुषों की जयंती उत्सव की तरह मनाने के पीछे उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ उनके जीवन की तमाम कठिनाइयों और सफलता से प्रेरणा लेना है।
इस मौके पर आदिल अहमद, शकील सिद्दीक़ी व स्कूल का समस्त शिक्षिकायें पूजा सोनी, शगुफ्ता परवीन, आमना परवीन, पूजा गौतम, पारुल कश्यप, समाना ज़हरा, सुबिया शेख, जैस्मिन, पूनम पटेल, वर्षा मिश्रा, तनु मोगरे, श्रद्धा मिश्रा, उमा गुप्ता और सानिया आफरीन उपस्थित रहें।

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