काली रात कैसी होती है भोपाल से पूछिए जेल नहीं हर्जाने पर था सरकार का ध्‍यान, पीड़ितों को क्‍या मिला?




रिपोर्ट--- ऐ क़े सिंह 

3 दिसंबर 1984 की रात में भोपाल की हवा में मौत बह रही थी, भोपाल के बैरसिया इलाके के पास बने यूनियन कार्बाइड के कारखाने से जहरीली गैस MIC रिसकर हवा में घुलने लगी, आसपास के लोग सोते-सोते ही मौत के आगोश में चले गए। कुछ घबराकर भागे और हांफते-हांफते मर गए। मुख्य आरोपी वॉरेन एंडरसन किसने भगाया और पीड़ितों को क्‍या मिला जानिए सब कुछ।।





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