चार साल की बच्ची बनी अखिलेश की दीवानी


जबान पर हैं पूर्व मुख्यमंत्री के कराए गए कार्य,मिलने के लिए घर से भाग जाती है बच्ची

 खागा/फतेहपुर 14 जनवरी
हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र के आकांक्षी ब्लॉक हथगाम की ग्राम पंचायत कसरांव के मजरे बडेरापर के नरेंद्र सिंह यादव की चार वर्षीया पुत्री अन्वी सिंह यादव पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की इतनी दीवानी है कि वह उनसे मिलने के लिए हमेशा बेताब रहती है।आज हिंदी दैनिक ने घर जाकर बच्ची से मुलाकात की तो पता चला कि उसे पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा कराए गए सभी कार्यों और योजनाओं के नाम रटे हुए हैं।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बच्चों एवं परिवार के सदस्यों के नाम भी उसकी जबान पर हैं।वह गांव में घूम-घूम कर सबको लाल टोपी देती रहती है।
         पिता नरेंद्र सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 2022 में जब अखिलेश यादव की सरकार नहीं बनी तो घर में खाना नहीं बना था। बच्ची ने पूछा कि खाना क्यों नहीं बना तो बताया गया कि अखिलेश यादव हार गए हैं।तभी से 4 साल की बच्ची अखिलेश भैया,अखिलेश भैया की रट लगाए हुए है।उनसे मिलने की जुनून में कई बार घर से भाग गई।दो-तीन बार बीमार भी पड़ गई।जब बच्ची से पूछा गया तो उसने कहा कि अखिलेश भैया से मिलेंगे और अपने मुंडन में बुलाएंगे।इस बीच उसने कई बार अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे बुलंद किए।अन्वी सिंह यादव की जबान पर डिंपल भैया,अदिति,अर्जुन सहित परिवार के नाम रटे हुए हैं।इतना ही नहीं जब आज हिंदी दैनिक ने पूछा कि अखिलेश से इतना लगाव क्यों है तो वह मुख्यमंत्री रहते हुए कराए गए कार्यों के दर्जनों नाम गिना गई।बच्ची की जिद है कि वह मिल्कीपुर चुनाव में प्रचार करने जाएगी।कई बार घर वालों ने डांटा भी लेकिन बच्ची अखिलेश से मिलने की रट लगाए हुए है।आसपास के गांवों में कि बच्ची की चर्चा हो रही है।
         गांव के लोगों ने बताया कि वह गांव में घूम-घूम कर अखिलेश को वोट देने और सर पर लाल टोपी लगाने की घर-घर जाकर बात करती रहती है।कुल मिलाकर 4 साल की बच्ची ने चुनाव हारने पर जब घर में खाना नहीं बना और पूरा परिवार शोक में डूबा था तो उसके मन मस्तिष्क में अखिलेश इस तरह बैठ गए कि अब वह एक तरह से दीवानगी की हक पार कर रही है।गांव में अगर कोई चार पहिया वाहन आता है तो वह घर से तुरंत भाग जाती है और ड्राइवर से कहती है कि उसे अखिलेश के पास ले चलो।

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