फतेहपुर/असोथर राजतंत्र व्यवस्था के तहत असोथर रियासत के राजा विश्वेन्द्र पाल सिंह का अचानक हृदयाघात के कारण अंतिम सांसें थम गई। जिससे राजा विश्वेन्द्र पाल सिंह की जीवन लीला समाप्त हो गई और उनकी रियासत में देखते ही देखते मातम छा गया। जैसे ही स्थानीय लोगों व करीबी रिश्तेदारों को सूचना मिली है वैसे ही सभी लोग आनन-फानन मौके पर पहुंच उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो , श्रद्धांजलि दी।
भारत की आजादी से पूर्व असोथर, राजतंत्र व्यवस्था का कभी एक हिस्सा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर राजघराने द्वारा राजा विश्वेन्द्र पाल सिंह को दत्तक पुत्र के रूप में स्वीकार किया गया था। तभी से राजा विश्वेन्द्रपाल सिंह की हुकूमत असोथर रियासत पर चलने लगी थी। जनता द्वारा राजा विश्वेन्द्र पाल सिंह का बड़ा सम्मान था।राजा विश्वेन्द्र पाल सिंह अत्यंत सराहनीय कदम उठाने वाले जनकल्याणकारी इंसान थे। अचानक हृदयाघात के कारण सांसें थम गई और अपनी अंतिम यात्रा में निकल गए। तभी लोगों ने नमन करते हुए अंतिम विदाई दी।
Post a Comment