लापरवाही की बीमारी अनदेखा करता सिंचाई विभाग टेल तक पानी तो दूर, नहरों से गंदगी नहीं हुई साफ।

थरियांव:फतेहपुर जिले के सिंचाई विभाग में शासन की ओर से नहरो की साफ सफाई के लिए लाखों रुपए आवंटित किए जाते हैं जिससे नहरों की साफ सफाई कर उनका रख रखाव किया जा सके। जिसे किसानों के लिए नहरों में पानी की सप्लाई और अवरुद्र ना हो सके लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के चलते अनुभाग की नहरो की कई वर्षों से साफ सफाई नहीं कराई गई जिसके कारण नेहरो में अनचाही वनस्पति मिट्टी के ढेर और गंदगी जमा हो गई है।विभाग अपनी चाल से ही चला, जिसका नतीजा रहा कि जिले की कई नहरो में गंदगी की पट्टी पड़ी हुई है। पानी टेल तक पहुंचा ही नहीं।
  सिंचाई विभाग के हकीकत जानने के लिए दैनिक लोकभारती टीम ने नहरों की सफाई व टेल तक पानी पहुंचने की  पड़ताल किया। इस समय पानी कहीं नजर नहीं आया।

 सिंचाई के लिए कर रहे ग्रामीण नहर में पानी का इंतजार।

हसवा ब्लाक के दो दर्जन से अधिक गांवों के किसान नहर के भरोसे ही सिंचाई करते हैं। इस वर्ष गेहूं कि खेत में पानी सीचने के लिए नहर में पानी ही नहीं आया जिससे फसल लेट हो जाने से किसानों को काफी नुकसान का सामना भी करना पड़ रहा है।
 संचित होता है 40 किलोमीटर क्षेत्र।

हसवा क्षेत्र के शंकरपुर कमलीपुर, रामपुर भेदपुर, जयसिंहपुर बहरामपुर, टैक्सरी बुजुर्ग , एवं अंबापुर से लगाकर उदईसराय से बलहे मऊ, मुराव , गडरिया पुरवा, मुसईपुर, नौबस्ता शिवपुरी, आलमपुर, डिमगरपुर इन्हीं गांव से होकर गुजरती नहरों से खेतों की सिंचाई होती है। करीब 40 किलोमीटर क्षेत्र को संचित करने वाली इन नहर का सफाई का दावा किया गया आधा अधूरा तक पानी ही पहुंच पाता है जिससे किसान सिंचाई के लिए वंचित रह जाते हैंआलमपुर निवासी किसान अमित, सुभाष, राजेश यादव, शुभमलोधी, चंद्रेश पासी व टेक्सारी बुजुर्ग निवासी सुखदेव सिंह, सुनीता देवी, महाबली, मुकुंद, नरेश सिंह व दशरथ ने बताया कि अंत तक पानी नहीं पहुंचता।

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